Mooli ki kheti kaise kare मूली की खेती कैसे करे पूरी जानकारी
Mooli ki kheti kaise kare मूली की खेती कैसे करे पूरी जानकारी
मूली की खेती |
हेल्लो दोस्तों
हुसैन टेक्निकल में आपका स्वागत है क्या आप भी मूली कीखेती करने केलिए सोच रहे है क्या आप मूली की खेती के बारे में जानते है हम आपको मूली की खेती के बारे में पूरी जानकारी देंगे मूली एक ऐसी किस्म की सब्जी है जो बहुत ही जल्द उग जाती है बहुत सारे किसान भाई इसका अच्छा फायदा भी उठाते है जब भी उनके खेत ४० से ५० दिन के लिए खाली होते है तो वो मूली की खेती कर लेते है अगर आपके पास भी ४० से ५० दिन है तो आप भी मूली की खेती कर सकते है
उसके लिए आपको निर्णय लेना है की आप किस किस्म की मूली बोना चाहते है वैसे तो बहुत किस्म की मूली का बीज आपको बाजार में मिल जायेंगे जैसे (पूसा रेशमी ) (पूसा हिमानी) (पूसा चेतनी)
मूली की भरपूर फसल के लिए आप अच्छी बीज का चुनाव करे जैसे की हाइब्रिड बीज
बसंत की मूली (spiring redish)एक
ऐसी मुली है जिससे लोग काफी पसंद करते है चेरी बेल की तरह जो बाहर से लाल होता है
ये मुली काफी तेजी से पकती है
शर्दियो की मूली में daikon और champions शामिल है डाइकों को पकने में ६० दिन लगते है और यह १८ इंच तक लंबी हो सकती है
मूली की खेती के लिए स्थान का चुनाव करे
मूली की खेती के लिए अच्छा स्थान का चुनाव करे मूली की खेती किसी ऐसे जगह करे जहा धुप मिलता हो मिटटी नरम हो पानी अच्छी तरहरिसना चाहिए तभी आप एक अच्छी मूली की खेती कर पाएंगे और आपकी मोली मोटी हो पायेगी मिटटी में अगर पत्थर है तो उसे चुन कर बाहर फेक दे अगर मिटटी में पत्थर रहेंगे तो मुल्ली विभाजित हो जाएगी बोन से मिटटी में जैविक खाद भी डाले और जाइम भी डाले अगर आपके खेत में कीड़े है तो आप फोरेट का भी प्रयोग करे आप सुनिश्चित कर ले की मूली को बराबर सूरज की रोशनी मिल रही है अन्यथा वो ऊपर से बडा हो जायेगा और निचे से छोटा ही रहेगा आपको याद रखना है मिटटी जितना ही गर्म होगा मूली उतना ही तीखा होगा अगर बहुत ज्यादा सूरज मिलेगी तो मूली फूलने लग जाती है इस लिए जैविक खाद का प्रयोग करे
मूली एक ठंढे मौसम की फसल है इसे बसंत और सर्दी में बोना ही अच्छा माना जता है इसे हम गर्मी में उगाएंगे तो अच्छा उग पायेगी मूली को गर्मी में ना ही बोयेंगे तो अच्छा होगा मूली तब बोये जब आपके एरिया का तापमान लगभग १५ डिग्री सेल्सियस हो बसंत में मूली को अंकुरित होने के लिए लगभग ५ दिन लगते है
२५ से ३० दिन बाद निकाली जा सकती है अगर आप किसी दूसरे फसल के साथ बोना चाहते है तो किसी भी धीमे फसल के साथ बोने का बिचार करे बीज बोन के समय ध्यान दे बीज की गहराई १/२ इंच होनी चाहिए
और उसकी दुरी जितना ज्यादा रखेंगे उतना अच्छा होगा मुल्ली की चौड़ाई अगर १ इंच तक हो जाये तो आप उससे निकल कर बाजार में बेच सकते है
लेकिन इतना ही काफी नहीं है इनमे कुछ बीमारिया भी लगती है हमें इसको भी ध्यान देना होता है
मूली में लगने वाली बीमारिया ?
कवक (fungi) ये एक ऐसे कवक है
जो आपके मुली को ख़राब कर सकते है जिससे मुली का स्वाद बहुत ही
ख़राब हो सकता है यदि मुली के पत्ते हल्का भूरे और पीले रंग का दिखाई दे तो आप
बाजार से दावा लाकर छिडकाव करे ये बीमारी ज्यादातर खर पतवार और
गन्दगी के वजह से भी होती है इस लिए घास फूस हमेशा साफ करते
रहे और जैविक खाद डाले यदि पत्तों के ऊपरी भाग में
हल्के हरे रंग के धब्बे नजर आएं और निचे के
आसपास
एक बैंगनी रंग हो तो वह फफूंदी की वजह से हो सकती है
पौधे को ज्यादा पानी न दे
इसके अलावा कुछ कीड़े भी आपके
पौधे पर जा सकते है और
उन्हें खाते है जिसकी वजह से आपके पौधे मुर्झा जाते है आप
गन्दगी को दूर रखकर इनसे बच सकते है अगर पत्तो में छेद
उत्पन होता है तो झींगुर की
वजह से हो सकता है इनसे छुटकारा
पाने के लिए डायटोमेसियस (diatomaceous)
पाउडर का छिडकाव
करे अगर आपका मुली चखने में तीखा है तो हो सकता है की
आपके खेती
में नमी की कमी है आपकी खेत में काफी गर्म हो ३२ डिग्री से ऊपर उसको ठंढा करने के
लिए अच्छा से सिचाई करे और हा उसमे ज्यादा पानी न लगाये इसके अलावा आपकी मुली को
पकने पर निकाल दे
मुल्ली की भरपूर फसल के लिए उन्नत किस्म
की जाती का ही प्रयोग करे जैसे
मुझे उम्मीद है की आपने सिख लिया होगा की मूली करते है अगर आपका कोई भी सवाल या सुझाव है तो हमें कमेंट कर के बताये अगर आपको अच्छा लगा तो प्लीज इसको शेयर करे